सावित्री बाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षीका एवं समाज सुधारिका जिन्होने महिला की स्थिति में सुधार के लिए कई कदम उठाए ।महिला शिक्षा, को बल देनेबाली सबसे प्रभावी समाज सुधारिका थी सावित्री बाई फुले । उनके उसी प्रभावी कदम के कारण महिलाओं की स्थिति में काफी सुधार आया । सावित्री बाई फुले के इस कदम के कारण महिलाओं को शिक्षा का हक ,महिलाओं को काम करने की अनुमति , में सुधार हुआ ।जो उस समय मे किसी सबसे बड़ी जीत थी जिस समय पुरूष प्रधान समाज था महिलाओं की बातों को प्रथमिकता नही दी जाती थी ।।आज उनके 190 वी जन्मतिथि पूरा भारत उनके योगदान को याद कर उनसे सिख ले रहा है।।
सावित्रीबाई फुले :-
सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को नयगाँव मे हुआ था इनके पिता का नाम खन्दोजी नेवसे पाटिल और माता का नाम लक्ष्मीबाई था। 1840 में इनका विवाह ज्योतिराव गोविंदराव फुले से हुआ था । अपने पति के साथ मिलकर इन्होंने स्त्रियों की शिक्षा और उनके अधिकार के लिए कई कदम उठाए जिसमे उन्हें काफी मुश्किलों के बाद सफलता मिली ।। भारत की पहली महिला शिक्षिका के रूप में इन्हें जाना जाता है ।।
जन्म 3 जनवरी 1831
निधन 10 मार्च 1897