अभियंता दिवस : भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिन 15 सितंबर को भारत में इंजीनियर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है।।
भारतरत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जीवन ।1968 में भारत सरकार ने सर विश्वेश्वरैया के जन्मदिन को अभियंता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया । 1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न से विश्वेश्वरैया सर को सम्मानित किया गया था ।।इनका जन्म 15 सितम्बर 1860 मैसूर कर्नाटक में एक तेलगु परिवार में हुआ था। अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने इंजिनीरिंग की पढ़ाई के पूना साइंस कॉलेज में दाखिला लिया और परीक्षा में प्रथम स्थान लेकर उन्होंने अपनी योग्यता का परिचय दिया ।बाद में इन्हें नासिक में सहायक इंजीनियर के पद पर नौकरी मिली ।आगे चलकर इनके समाज हित कामो को देखते हुए इन्हें 1912 में मैसूर के महाराजा के यहाँ मुख्यमंत्री पद सौंपा गया ।।इन्होने अपने कार्यकाल स्कूलों की संख्या में काफी बढ़ोतरी की गई ।इनका मानना था कि शिक्षा से गरीबी को दूर किया जा सकता है ।1952 में वह पटना गंगा नदी पर राजेन्द्र सेतु पुल निर्माण की योजना के संबंध में गए। उस समय उनकी आयु 92 थी। तपती धूप थी और सा कार से जाना संभव नहीं था। इसके बावजूद वह साइट पर पैदल ही गए और लोगों को हैरत में डाल दिया। विश्वेश्वरैया ईमानदारी, त्याग, मेहनत इत्यादि जैसे सद्गुणों से संपन्न ।।Engineers combine effort with efficiency. Their contribution towards nation building is exemplary. Best wishes to all engineers on the #EngineersDay
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) September 15, 2021
I pay my tributes to great son of India & a world-renowned engineer, Bharat Ratna M. Visvesvaraya on his birth anniversary. pic.twitter.com/IcHwnpaN5U