रक्षा बंधन, जिसे राखी के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो रक्षा बंधन के बीच के बंधन का जश्न मनाता है। "रक्षा" शब्द का अर्थ सुरक्षा है, जबकि "बंधन" का अर्थ बंधन या संबंध है।
यह त्यौहार हिंदू माह श्रावण की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त में मनाया जाता है। इस दिन, बहनें अपने भाइयों की कलाई पर "राखी" नामक एक पवित्र धागा बांधती हैं, जो उनके प्यार, देखभाल और सुरक्षा का प्रतीक है। बदले में, भाई अपने बहनों को उपहार देते हैं या जीवन भर अपनी रक्षा और समर्थन करने का वादा करते हैं।
रक्षा बंधन की उत्पत्ति का पता प्राचीन भारतीय पौराणिक कथाओं और किंवदंतियों में लगाया जा सकता है। ऐसी ही एक कहानी है महाकाव्य महाभारत से भगवान कृष्ण और द्रौपदी की। पौराणिक कथा के अनुसार, जब द्रौपदी ने भगवान कृष्ण के खून वाली खाल पर पट्टी बांधने के लिए अपनी शक्ति के अनुसार एक टुकड़ा बांधने के लिए दिया, तो उन्होंने अपनी रक्षा और देखभाल करने की शक्तियां दी। बदले में, द्रौपदी ने अपनी कृति और प्रेम के प्रतीक के रूप में एक टुकड़ा कृष्ण की कलाई पर बांध दिया। राखी बांधने की परंपरा के पीछे भी ऐसी ही एक घटना को प्रेरणा माना जाता है।